जीनोमिक रिसर्च और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में
इंदौर। महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग अंतर्गत वायरल रिसर्च एवं डायग्नॉस्टिक लेबोरेट्री द्वारा “हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग एवं वर्कशॉप ऑन रियल टाइम पीसीआर” का आयोजन मेडिकल एजुकेशन यूनिट में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया एवं एमवाय अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. अशोक कुमार यादव ने किया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आधुनिक आणविक तकनीक रीयल टाइम पीसीआर में चिकित्सकों, शोधकर्ताओं एवं तकनीकी कार्मिकों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना था।
डीन घंघोरिया ने कहा कि “रीयल टाइम पीसीआर तकनीक न केवल संक्रमणजन्य रोगों के निदान में महत्वपूर्ण है, बल्कि जीनोमिक रिसर्च और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में भी मील का पत्थर सिद्ध हो रही है। ऐसे प्रशिक्षण से युवा वैज्ञानिकों और स्वास्थ्यकर्मियों को नई दिशा मिलेगी।” सुपरीटेंडेंट डॉ. यादव ने कहा “एमजीएम मेडिकल कॉलेज और एमवाय अस्पताल हमेशा से शोध और स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी भूमिका निभाते आए हैं। इस प्रकार की कार्यशालाएं, प्रयोगशाला क्षमताओं को और सुदृढ़ करेंगी तथा रोगियों को त्वरित और सटीक जांच सुविधाएं उपलब्ध कराने में सहायक होंगी। कार्यशाला मे डॉ. सुमन कुमार डॉ. सुलेखा यादव डॉ. सुनील कुमार अहिरवार, डॉ. रिद्धि हाथीवाला, निखिल पंड्या, नारायण सोलंकी, मुकेश मंडलोई विनीत तिवारी ने पीसीआर की तकनीकी बारीकियों, उपकरण संचालन एवं क्वालिटी कंट्रोल पर प्रशिक्षण दिया।। संचालन डॉ. निशात खान ने किया। आभार डॉ. मनीष पुरोहित विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने माना।
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