इंदौर। लोकायुक्त की ट्रेप कार्रवाई लगातार जारी है। इसी तारतम्य में गुरुवार को नगर निगम जोन-22 स्वास्थ्य विभाग के दरोगा और और थर्ड आई कंपनी के सुपरवाइजर भारत गुराडिया को 3 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख निर्देश पर की गई।
मनोज चौहान निवासी इंदौर ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त राजेश सहाय को आवेदन किया कि उसका ट्रैक्टर C 21 मॉल का मलबा उसकी ही साइट पर ले जाकर डालता है। प्रति फेरा 500 रुपए मिलते हैं। 24 सितंबर को जोन क्रमांक 22 के नगर निगम के दरोगा गोपाल और थर्ड आई कंपनी के सुपरवाइजर भरत मुराड़िया ने उसका ट्रैक्टर पकड़ लिया और बोला है कि मलबा के साथ कचरा भी है। ट्रैक्टर रोक रखा है और 10 हजार रुपए ट्रैक्टर छोड़ने के मांग रहे है नहीं तो जब्त करने की धमकी दे रहे है। सत्यापन कराया तो भरत ने उसी समय 2 हजार रुपए ले लिए और बाकी 3 हजार रुपए गुरुवार को लेकर बुलाया। आवेदक का मोबाइल भी रख लिया, कहा कि कल बाकी देकर ले जाना। ट्रैप दल गठित कर गोपाल पटौना ने 3 हजार रुपए लिए और भरत को दे दिए। गोपाल दरोगा ने अपने लिए मासिक बंदी की मांग आवेदक से रिश्वत लेन देन के दौरान की। रिश्वत राशि लेते ही आसपास तैनात लोकायुक्त दल ने रंगेहाथ दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7,61(2) के अंतर्गत की गई। ट्रेपदल में निरीक्षक प्रतिभा तोमर, सऊनि रहीम खान, प्रधान आरक्षक आशीष शुक्ल, आरक्षक शैलेन्द्र बघेल, आदित्य भदौरिया, कमलेश परिहार, राकेश मिश्रा, शेरसिंह शामिल थे।
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