मध्‍य प्रदेश में डेंगू का खतरा बढ़ा, ऐसे करें बचाव

 



डेंगू का डंक इस कदर तेज है कि मरीजों को तेज बुखार आ रहा है इसके साथ प्लेटलेट्स तेजी से गिर रही हैं। जबकि पिछले साल तक के केस में डेंगू होने के बाद इस तरह की स्थिति नहीं थी। इसके अलावा इस बार डेंगू के बाद निमोनिया और मल्टी आर्गन फेल्युर होने के केस भी अस्पतालों में हैं। इस साल डेंगू से पीड़ित मरीजों का आंकड़ा प्रदेश में करीब चार हजार पहुंच गया है। विज्ञानियों के अनुसार एडीज के तीन प्रकार में से दो प्रकार के मादा मच्छर एडीज एजिप्टी और एडीज अल्बोपिक्टस डेंगू के सिरोटाइप-2 फैला रहे हैं।


इस बार यह है अलग

मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. अजय तिवारी के अनुसार इस बार डेंगू के केस कुछ अलग आ रहे हैं। मरीजों को हाई फीवर (तेज बुखार) आने के साथ ही प्लेटलेट्स तेजी से गिर रही हैं। जबकि इसके पहले जो डेंगू होता था उसमें प्लेटलेट्स इस कदर तेजी से गिरने की शिकायतें नहीं थीं। वहीं मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. दीपक बहरानी का कहना है कि डेंगू होने के बाद मरीजों में निमोनिया भी हो रहा है। कुछ केस में किडनी और लीवर भी फेल हुए हैं।


यह ध्यान दें, सतर्क रहें

यह मच्छर करीब 500 मीटर की दूरी तक उड़ सकते हैं। अधिक लंबी दूरी तक नहीं उड़ सकते। एडीज एजिप्टी घरों के अंदर और अल्बोपिक्टस घरों के बाहर पाए जाते हैं। मध्य प्रदेश में अधिकतर इन्हीं दो प्रकार के मादा मच्छरों से डेंगू हो रहा है।


डेंगू के चार प्रकार

मध्य प्रदेश में डेंगू - सीरोटाइप-1, डेंगू-सीरोटाइप-2, डेंगू-सीरोटाइप-3, डेंगू-सीरोटाइप-4, यह चार प्रकार के डेंगू में से मध्य प्रदेश में डेंगू-2 अधिक फैल रहा है।

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1 Comments

  1. डेंगू का खतरा बढ़ता जा रहा है
    इस ओर सरकार को ध्यान देना चाहिए
    अच्छी खबर

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